क्या तुम इन हाथो को देख रही हो? उन्होंने नाप ली है
धरती, और कर लिया है अलग
खनिज और अनाजों को,
उन्होंने शान्ति और युद्ध दोनों किये हैं,
वे सारे समुद्रो और नदियों की
दूरियों को ध्वस्त कर चुके हैं,
और फिर भी,
वो जब तुमसे गुजरते हैं,
प्रिये,
कनक के दाने की तरह निगलते नहीं
वो तुम्हे, ना ही चाहते हैं समा लेना तुम्हे,
बल्कि वो थकना चाहते हैं ढूंढते हुए
दो जुड़वा फ़ाख्तों को
जो उड़ते या आराम फरमा रहे होते हैं तुम्हारे स्तनों में,
वे तुम्हारे टांगों तक की दूरियां तय करना चाहते हैं,
वे तुम्हारे कमर की रोशनी में कुंडल करना चाहते हैं.
मेरे लिए तो तुम उन खजाने से बहुत ज्यादा भरी हो
जो समंदर या उसकी शाखाओ में होते होंगे
तुम हो धवल, नीलम, विस्तृत,
प्राचीन धरा सी.
इन इलाको में
तुम्हारे पैरो से मस्तक तक
घूमते घूमते घूमते
मै अपना जीवन बिताऊंगा।
Translated from English - The infinite one - The Captain's verses
Originally in Español - La Infinita (Los versos del Capitan)
धरती, और कर लिया है अलग
खनिज और अनाजों को,
उन्होंने शान्ति और युद्ध दोनों किये हैं,
वे सारे समुद्रो और नदियों की
दूरियों को ध्वस्त कर चुके हैं,
और फिर भी,
वो जब तुमसे गुजरते हैं,
प्रिये,
कनक के दाने की तरह निगलते नहीं
वो तुम्हे, ना ही चाहते हैं समा लेना तुम्हे,
बल्कि वो थकना चाहते हैं ढूंढते हुए
दो जुड़वा फ़ाख्तों को
जो उड़ते या आराम फरमा रहे होते हैं तुम्हारे स्तनों में,
वे तुम्हारे टांगों तक की दूरियां तय करना चाहते हैं,
वे तुम्हारे कमर की रोशनी में कुंडल करना चाहते हैं.
मेरे लिए तो तुम उन खजाने से बहुत ज्यादा भरी हो
जो समंदर या उसकी शाखाओ में होते होंगे
तुम हो धवल, नीलम, विस्तृत,
प्राचीन धरा सी.
इन इलाको में
तुम्हारे पैरो से मस्तक तक
घूमते घूमते घूमते
मै अपना जीवन बिताऊंगा।
Translated from English - The infinite one - The Captain's verses
Originally in Español - La Infinita (Los versos del Capitan)